गुलाबी सर्दियों की गरमा-गरम यादें
आता जब मौसम गुलाबी सर्दियों का।
झूमने लगता है मौसम सर्दियों का।
हर घड़ी ये तुमसे मिलने के बहाने,
संवरने लगता है मौसम सर्दियों का
लिपटतीं जब तुम्हारी गरमा-गरम यादें,
बहकने लगता है मौसम सर्दियों का।
जब महावट बन तुम्हारे ख्वाब घिर आते,
बरसने लगता है मौसम सर्दियों का।
कंपकंपाती उंगलियां से तुम्हें छूने को,
मचलने लगता है मौसम सर्दियों का।
धमकियां देता कभी ये शीत लहरों की,
अकड़ने लगता है मौसम सर्दियों का।
आहटें आतीं तुम्हारी तुम नहीं आते,
सिसकने लगता है मौसम सर्दियों का।
गीत जो तुम पर लिखे हैं उन्हें सुन सुन के,
थिरकने लगता है मौसम सर्दियों का।
गीतकार-अनिल भारद्वाज एडवोकेट उच्च न्यायालय ग्वालियर
| Local News | Social Issues | Political News | Sports Highlights | Trending Topics | Entertainment News | Jobs Updates | Government Notification & News
Anil Bharadwaj Advocate High court Gwalior
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त लोकप्रिय और प्रतिष्ठित डीएलपी न्यूज़ टीवी, पर सर्दियों के मौसम पर एक ग़ज़ल गरमा गरम याद है का श्रेष्ठतम और बेहतरीन प्रकाशन प्रसारण/ प्रसारण किए जाने पर ,संपादक श्रेष्ठ श्री सत्येंद्र तिवारी जी एवं उनके संपादन मंडल का हार्दिक आभार और धन्यवाद। डीएलपी न्यूज़ लगातार सफलता के शिखर पर ऊंचाइयों को छू रहा है।-
गीतकार अनिल भारद्वाज एडवोकेट उच्च न्यायालय ग्वालियर