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अवैध खनन में लिप्त लोगों के लिए जागरूकता शिविर आयोजित

अवैध खनन में लिप्त लोगों के लिए जागरूकता शिविर आयोजित

धौलपुर ।जिला प्रशासन एवं खान व भू-विज्ञान विभाग द्वार राष्ट्रीय चंबल घडियाल अभ्यारण्य क्षेत्रा चंबल नदी में रहने वाले जलीय जीव-जन्तुओं को संरक्षण प्रदान करने के लिऐ ग्राम पंचायत चीलपुरा में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपखण्डाधिकारी राजखेडा देवी सिंह ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों की पालना में चंबल नदी के अवैध खनन क्षेत्रा के लिप्त व्यक्तियों को जागरूक करने,अवैध खनन से वन्य जीवों पर पडने वाले दुष्प्रभाव तथा अवैध खनन में लिप्त व्यक्तियों,वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। शिविर के दौरान उन्होने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि चंबल में अवैध रेत खनन करने से घड़ियाल, मगरमच्छ,कछुओं सहित अन्य जलीय जीवों के जीवन पर संकट आ गया है। चंबल में अवैध खनन घड़ियाल मगरमच्छ, कछुआ और अन्य जलीय जीवों के लिए खतरे की घंटी है। प्रकृति की रक्षा करें क्योंकि प्रकृति द्वारा बनाये गयें पेड-पौधे जलचर थलचरों की रक्षा करना हमारी सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि घड़ियालों को बचाने के लिए अवैध खनन कार्य को छोड़ कर आजीविका के लिए राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर बचाने तथा कांजीरंगा अभ्यारण के एक सींग वाले गेंडे को बचाने का उदाहरण देते हुए घड़ियालों को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय घडियाल अभ्यारण्य के रूप में विकसित करने पर देशी-विदेशी सैलानियों के आने पर रोजगार के अवसर बढेंगे। इस दौरान उप वन संरक्षक किशोर गुप्ता ने कहा कि सम्पूर्ण भारत के लगभग 75 प्रतिशत घड़ियाल चंबल नदी में पाए जाते हैं। घड़ियाल और अन्य जलीय जीवों द्वारा रेत में घरौंदे बनाए बनाकर अंडे सुरक्षित रखे जाते हैं। रेत का उत्खनन करते समय अंडों की क्षति होती है जिससे इन जलीय जीवों की प्रजाति पर संकट आ गया है। इसी प्रकार रेत उत्खनन कार्य चलता रहा तो इन जलीय जीवों की प्रजातियां विलुप्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि घडियाल एवं मगरमच्छ के बच्चे 1 हजार की संख्या में से 2-4 ही जीवित रह पाते है। चंबल नदी में बरसात के कारण पानी की अधिक आवक होने पर ये बच्चे मर जाते हैं। शिविर के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना,मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री युवा संबल योजना, सहित अन्य फ्लेगसिप योजनाओं की जानकारी दी। शिविर में अनुसूचत जाति एवं जनजाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम द्वारा लघु व्यवसाय शहरी एवं ग्रामीण महिला एवं शिल्पी समृद्धि योजना शिक्षा ऋण, डेयरी, जीप टेक्सी आटो रिक्शा ई-रिक्शा, बकरी पालन इत्यादि योजनाओं की जानकारी दी। जिससे अवैध खनन में लिप्त व्यक्ति इस कार्य को छोड़ कर सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर सकते हैं।शिविर के दौरान तहसीलदार दिनेश चंद्र, विकास अधिकारी राकेश सिंघल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता उपनिदेशक दीपेन्द्र सिंह शोखावत, महाप्रवंधक जिला उद्योग केन्द्र मितुल गोयल जिला परिवहन अधिकारी विजय कुमार मीणा, सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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