मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है
मैंने मांगा वो तूने दिया है
मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है।
मुझको अपनों ने जब जब गिराया,
तूने बाहों में भर कर उठाया।
मुझको हर पल सहारा दिया है,
मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है।
बाबा तेरी शरण में मैं आया
तूने उजड़ा मेरा घर बसाया।
मेरे मधुबन को महका दिया है,
मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है।
मैं तो मन से करूं तेरी पूजा,
तेरे जैसा नहीं कोई दूजा
जो न मांगा था वो भी दिया है।
मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है।
तेरे बिन अब नहीं कोई मेरा,
मेरे दिल में है तेरा बसेरा ।
तूने सपने में दर्शन दिया है
मेरे हनुमत तेरा शुक्रिया है ।
मैंने मांगा वो तूने दिया है
हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में मेरे गीत को,अखिल भारतीय स्तर पर ख्याति प्राप्त श्रेष्ठ एवं लोकप्रिय चैनल *डीएलपी न्यूज़ टीवी* पर बेहतरीन प्रकाशन ,प्रसारण किए जाने पर चैनल के संपादक महोदय सहित समूचे संपादन मंडल का हार्दिक आभार और धन्यवाद। हनुमान जन्मोत्सव की शुभकामनाओं सहित,– आपका गीतकार अनिल भारद्वाज एडवोकेट ग्वालियर।