मानवाधिकार एवं विधिक सहायता केंद्र का किया लोकार्पण
राजाखेड़ा । सेठ बाबूलाल जैन सेवा संस्थान द्वारा बुधवार को राजाखेड़ा के कुंद कुंद दिगंबर जैन विद्यालय में मानवाधिकार एवं विधिक सहायता केंद्र(लीगल सेल ) का लोकार्पण करते हुए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति )राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि मानवाधिकार जन्म से ही पैदा हो जाते हैं।लेकिन दुर्भाग्य से क्षेत्र में इनको इनको प्राप्त करने के लिए भी लोगो को कड़ा संघर्ष करना पड़ता है ।लेकिन बाबूलाल जैन सेवा संस्थान द्वारा स्थापित मानवाधिकार एवं विधिक सहायता प्रकोष्ठ निश्चित ही राजाखेड़ा के साथ राजस्थान एवं देश के अन्य भागों में मानव अधिकारों ओर न्याय की प्राप्ति के लिए एक नई मिसाल बनेगा। उन्होंने रामायण को उद्धत करते हुए कहा कि राम ने भी बनवास व अन्याय जैसी समस्याओं को शालीनता से न्यायोचित संघर्ष कर भारतीय समाज को दिशा दी, और बताया की उचित राह में समस्या आती हैं लेकिन फिर भी उनको संघर्ष के द्वारा दूर किया जा सकता है ।उन्होंने सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक पवन जैन के कार्यों को अनुकरणीय बताते हुए कहा की पुलिस के उच्चतम पद पर रहने के बाद भी जो व्यक्ति अपनी लोकप्रियता वाले राज्य को छोड़कर अपने मूल गांव में आकर लोगों के लिए न्याय ,चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा के लिए लगातार खुद को समर्पित कर रहा है निश्चित ही ऐसा कार्य बिरले ही कर पाते हैं।जो यंहा पवन जैन कर रहे हैं।
अब राजाखेड़ा में विधिक सहायता प्रकोष्ठ के संचालन के साथ लोगों को सुगम न्याय प्राप्त हो सकेगा। बाबूलाल जैन सेवा संस्थान के प्रमुख न्यासी पवन जैन आईपीएस ने कहा की”इक रोज किसी गूंगे से बातें करके देखो,इक रोज किसी अंधे के सपने बुनकर देखो, मिल जाएगा अर्थ तुम्हे जीवन का ,इक रोज किसी का दर्द मिटाकर देखो।।बस पिता की सिखाई इन्ही पंक्तियों ने उन्हें युवावस्था से ही सेवा करने की दिशा में प्रेरित किया और उन्होंने पिता की सारी संपत्ति से ट्रस्ट बनाकर पिता की ओर अपनी जन्मभूमि पर सेवा कार्य आरंभ कर दिया। जिससे मातृभूमि के कर्ज चुका सकें।उन्होंने कहा कि प्रभावशाली और राजनीतिक लोग भाई को भाई से लड़ाकर कमजोर करते हैं ।जिसके बाद उनका उत्पीड़न आरम्भ होता है।हम किसी भी उत्पीड़न और प्रताड़ना के पूरी तरह से खिलाफ है ।हम मानवीयता के साथ प्रयास करेंगे कि इस केंद्र के माध्यम से लोगों को राजनीतिक प्रताड़ना,कानूनी पचड़ों से सुरक्षित बचाकर उनको न्याय दिलाने और मानसिक व आर्थिक तरक्की के पूरे अवसर मिले।उन्होंने कहा कि यह सीमावर्ती क्षेत्र जो अपने पिछड़ेपन के लिए जाना जाता है अब इसमें विकास की नई अलख जग सके जहां ईमानदार प्रशासन शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ,चिकित्सा और विकास संभव हो सके । लेकिन इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा उन्होंने कहा कि पहले वह वर्ष में दो बार नेत्र चिकित्सा शिविर के लिए आते थे जिससे अपनी मातृभूमि की सेवा कर सकें लेकिन अब वे राजाखेड़ा में ही स्थाई आजीवन निवास कर मातृभूमि का कर्ज अदा करेंगे। नेत्र चिकित्सालय रतन ज्योति नेत्रालय के निदेशक ड्रॉ पुरेन्द्र भसीन ने संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन मे ऐसा ट्रस्ट ओर ऐसा ट्रस्टी नही देखा जो मानवीयता के हर क्षेत्र में निजी स्तर पर कार्य कर रहा हो । 10000 नेत्र ओर पोलियो करेक्शन के बाद अब पवन जैन गरीब बालको को उच्च शिक्षा के लिए अत्याधुनिक कोचिंग सेंटर भी आरम्भ कर रहे है जंहा ग्रामीण युवा प्रशाशनिक सेवाओ के साथ इंजीनियरिंग और चिकित्सा की प्रवेश परीक्षाओं को तैयारी भी उच्च स्तरीय शिक्षकों के साथ निःशुल्क कर पाएंगे ।
चिकित्सा शिविर आयोजित, 800 को मिला लाभ
कार्यक्रम में शिविर मे बुजुर्गों के नेत्रों की जांच कर 550 को नजर के चश्मे ओर दवाइयां वितरित की गयी। साथ ही 100 बुजुर्गों को आपरेशन के लिए चयनित कर उन्हें ग्वालियर के रतन ज्योति नेत्रालय भेजा गया है। शिविर में धौलपुर जिले के साथ उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती गांवो के लोगो ने पहुंचकर भी अपने नेत्रों का इलाज करवाया।
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