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अवैध खनन में लिप्त लोगों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजित

धौलपुर । राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों की पालना में चंबल नदी के अवैध खनन क्षेत्रा के लिप्त व्यक्तियों को जागरूक करने, अवैध खनन से वन्य जीवों पर पडने वाले दुष्प्रभाव तथा अवैध खनन में लिप्त व्यक्तियों, वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु कानूनी प्रावधान की जानकारी देने के लिए जिले मे शिविर लगाये जा रहे हैं इसी क्रम में बुधवार को धौलपुर तहसील के ग्राम बडापुरा हरिगिरी बाबा के मंदिर पर जागरूकता शिविर लगाया गया। शिविर के दौरान उपखंड अधिकारी अनूप सिंह ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि चंबल में अवैध रेत खनन करने से घड़ियाल, मगरमच्छ, कछुओं सहित अन्य जलीय जीवों के जीवन पर संकट आ गया है। चंबल में अवैध खनन घड़ियाल मगरमच्छ, कछुआ और अन्य जलीय जीवों के लिए खतरे की घंटी है। घड़ियालों को बचाने के लिए अवैध खनन कार्य को छोड़ कर आजीविका के लिए राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर बचाने तथा कांजीरंगा अभ्यारण के एक सींग वाले गेंडे को बचाने का उदाहरण देते हुए घड़ियालों को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय घडियाल अभ्यारण्य के रूप में विकसित करने पर देशी-विदेशी सैलानियों के आने पर रोजगार के अवसर बढेंगे। इस दौरान उप वन संरक्षक चंबल अभ्यारण्य अनिल कुमार यादव ने कहा कि सम्पूर्ण भारत के लगभग 75 प्रतिशत घड़ियाल चंबल नदी में पाए जाते हैं। घड़ियाल और अन्य जलीय जीवों द्वारा रेत में घरौंदे बनाए बनाकर अंडे सुरक्षित रखे जाते हैं। रेत का उत्खनन करते समय अंडों की क्षति होती है जिससे इन जलीय जीवों की प्रजाति पर संकट आ गया है। इसी प्रकार रेत उत्खनन कार्य चलता रहा तो इन जलीय जीवों की प्रजातियां विलुप्त हो जायंेगी। उन्होंने कहा कि घडियाल एवं मगरमच्छ के बच्चे 1 हजार की संख्या में से 2-4 ही जीवित रह पाते है। चंबल नदी में बर्षात के करण पानी की अधिक आवक होने पर ये बच्चे मर जाते हैं। शिविर के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना, मुख्यमंत्राी लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, 1 रुपए किलो गेंहू, मुख्यमंत्राी युवा संबल योजना,सहित अन्य फ्लेगसिप योजनाओं की जानकारी दी जिससे अवैध खनन में लिप्त व्यक्ति इस कार्य को छोड़ कर सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर सकते हैं। शिविर के दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद शीशराम यादव, जिला परिवहन अधिकारी विजय कुमार मीणा,जिला रसद अधिकारी गजेंद्र शर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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