एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं रेलवे ने ट्रेन में आग दुर्घटना पर की संयुक्त मॉकड्रिल: आपदा प्रबंधन की तैयारियों का सफल प्रदर्शन
धौलपुर में आपदा प्रबंधन का व्यावहारिक अभ्यास
धौलपुर। ट्रेन में आग जैसी आकस्मिक आपदा से निपटने की तैयारियों और समन्वय को मजबूत करने के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन ने एक संयुक्त मॉकड्रिल का आयोजन किया। यह अभ्यास गुरुवार सुबह 11:40 बजे धौलपुर जंक्शन के आउटर पर खड़ी एक ट्रेन की बोगी में आग लगने की सूचना के साथ शुरू हुआ।
इस मॉकड्रिल का उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न एजेंसियों के बीच त्वरित प्रतिक्रिया, समन्वय और बचाव कार्यों का परीक्षण करना था।
मॉकड्रिल की प्रमुख गतिविधियां
1. आग दुर्घटना की सूचना और त्वरित प्रतिक्रिया
जैसे ही ट्रेन की बोगी में आग लगने की सूचना मिली, रेलवे प्रशासन ने तत्काल पुलिस, एंबुलेंस, और जिला प्रशासन को सतर्क किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा और सीओ सिटी मुनेश मीणा के नेतृत्व में कोतवाली, निहालगंज, और सदर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
2. संयुक्त बचाव अभियान
- एनडीआरएफ टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए बोगी में फंसे यात्रियों को निकाला।
- रेलवे और अग्नि सुरक्षा विभाग ने आग बुझाने के साथ-साथ बोगी को सुरक्षित रूप से अलग करने का अभ्यास किया।
- आरपीएफ आगरा और आरपीएफ धौलपुर की टीमों ने दुर्घटनास्थल पर व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखी।
3. घायल यात्रियों की चिकित्सा सहायता
घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एंबुलेंस द्वारा उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजा गया।
मॉकड्रिल के दौरान उपयोग की गई तकनीकें
- रेलवे बोगी काटने का अभ्यास:
आगरा से आए बचाव दल ने विशेष उपकरणों का उपयोग कर बोगी को काटा ताकि फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। - आपदा प्रबंधन उपकरणों का प्रदर्शन:
एनडीआरएफ और रेलवे ने अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हुए अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
आपदा प्रबंधन के उद्देश्य
मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना और समय पर बचाव कार्य सुनिश्चित करना था।
- क्षति को न्यूनतम करना: ऐसी आपदाओं में जनहानि और वित्तीय नुकसान को कम करना।
- तत्परता की जांच: संकट के समय टीमों की त्वरित प्रतिक्रिया और कार्यक्षमता का मूल्यांकन करना।
- जनता में जागरूकता फैलाना: इस तरह के अभियानों से नागरिकों को सतर्क और तैयार रहने की प्रेरणा मिलती है।
प्रमुख अधिकारी और टीमों की भागीदारी
इस मॉकड्रिल में निम्नलिखित प्रमुख अधिकारियों और संस्थाओं ने भाग लिया:
- एनडीआरएफ टीम: असिस्टेंट कमांडेंट योगेश कुमार के नेतृत्व में त्वरित बचाव कार्य।
- रेलवे प्रशासन: डिप्टी सीएसओ ओपी सिंह और वरिष्ठ डीएसओ अफताब अहमद ने रेलवे के अभियानों का नेतृत्व किया।
- जिला प्रशासन: अतिरिक्त जिला कलेक्टर धीरेन्द्र सिंह और उपखंड अधिकारी डॉ. साधना शर्मा ने समन्वय सुनिश्चित किया।
- पुलिस विभाग: एएसपी मनोज शर्मा और सीओ सिटी मुनेश मीणा ने सुरक्षा और प्रतिक्रिया का प्रबंधन किया।
सीख और भविष्य की योजनाएं
रेलवे के वरिष्ठ डीएसओ अफताब अहमद ने बताया कि इस मॉकड्रिल ने यह सुनिश्चित किया कि आपदा के समय एजेंसियां त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं।
- सुधार के लिए योजनाएं: मॉकड्रिल के दौरान मिली सीख को आपदा प्रबंधन योजनाओं में शामिल किया जाएगा।
- भविष्य के अभ्यास: इस तरह की मॉकड्रिल्स का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाएगा ताकि आपदा प्रबंधन की क्षमता को और बेहतर बनाया जा सके।
समुदाय के लिए संदेश
इस मॉकड्रिल ने यह साबित किया कि सही समन्वय और तत्परता के साथ किसी भी आपदा से निपटना संभव है। नागरिकों को भी आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक होना चाहिए और ट्रेन यात्रा के दौरान आग जैसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।
धौलपुर में आयोजित यह मॉकड्रिल आपदा प्रबंधन की दिशा में एक सराहनीय पहल है, जिसने एनडीआरएफ, रेलवे, और जिला प्रशासन की संयुक्त तैयारियों को दर्शाया।
एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं रेलवे ने ट्रेन में आग दुर्घटना पर की संयुक्त मॉकड्रिल: आपदा प्रबंधन की तैयारियों का सफल प्रदर्शन
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