रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ शुरू हुए ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेल
धौलपुर। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक खेलों का जिला स्तरीय शुभारंभ आरएसी ग्राउंड धौलपुर से हुआ। मुख्य अतिथि विधायक शोभारानी कुशवाह एवं सभापति खुशबू सिंह ने शपथ दिलाकर खेलों की विधिवत शुरुआत की। कार्यक्रम में उद्बोधन देते हुए विधायक ने कहा की खेलों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बना जा सकता है। इसी को लेकर राज्य सरकार ने राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन की शुरुआत की है। गांव-गांव ढाणी-ढाणी खेल प्रतियोगिता के आयोजन किए जा रहे है। युवाओं के साथ अधेड़ और बुजुर्गों में भी ओलंपिक खेलों में अपने हाथ आजमा रहे है। बेटियां और महिलाएं भी इन खेलों के अपनी भागीदारी निभा रही है। हार जीत खेल के दो पहलू है। ऐसे में प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाड़ी खेल को खेल की भावना से खेले। विधायक शोभारानी कुशवाह ने कहा की राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक खेलों के माध्यम से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में छुपी हुई प्रतिभाओं को सामने आने का मौका मिल रहा हैं। आज यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी आगे चलकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भी अपना और जिले का नाम रौशन करेंगे। खेलों के इतिहास में इस तरह के ग्रामीण ओलम्पिक खेल शुरू कर प्रदेश के मुख्यमंत्राी ने अन्य प्रदेशों के लिए मॉडल स्थापित किया है। इस दौरान सभापति खुशबू सिंह ने कहा की सभी खिलाड़ी पूर्ण ऊर्जा के साथ खेले। खेलों का मतलब केवल एक बेहतर खिलाड़ी बनना ही नही है। खेलों से टीम भावना से काम करने की भी शिक्षा भी मिलती है जो आगे जीवन में बहुत काम आती है। इस दौरान प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए सीबीईओ दामोदर लाल मीणा ने कहा कि यदि हम इतिहास पर नजर डाले तो यह स्पष्ट है कि यश, धन और प्रसिद्धि प्राप्त करने के लिए व्यक्ति का मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य का उत्तम होना अति आवश्यक है। और इसके लिए व्यक्ति को शारीरिक गतिविधियों में नियमित रूप से भाग लेना चाहिए। और इसका सबसे बेहतर तरीका खेल होता है। खेल सभी के व्यस्त जीवन में विशेष रूप से विद्यार्थियों के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे विद्यार्थी का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। जिन व्यक्तियों की व्यस्त दिनचर्या होती है और शारीरिक परिश्रम नहीं करते हैं, वह अति शीघ्र विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो जाते है। खेल हमारे जीवन में रामबाण औषधि है, क्योंकि यह हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन, टीम भावना से कार्य करना,कर्तव्य के प्रति निष्ठा का भाव सिखाते है। इससे व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इसके साथ ही खेल स्वस्थ जीवन के साथ-साथ हमारी कमजोरियों को दूर कर बहादुर बनाता है। इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा कुमारी, डीईओ माध्यमिक अरविंद शर्मा ने भी विचार रखे। इस दौरान विकास अधिकारी राजकुमार वर्मा, कार्यभार जिला खेल अधिकारी वीरसिंह सहित शारीरिक शिक्षक उपस्थित रहें।


अनुराग बघेल ( पत्रकार )
धौलपुर राजस्थान
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